भगवान पशुपति नाथ के पवित्र मंदिर की उपस्थिति में
अगस्त के महीने में आने वाले विशेष शिव पूजन के दिव्य अवसर पर
पुण्य कार्यों के लिए भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें
आगामी शुभ समय में श्रद्धालुओं के लिए विशेष
पशुपतिनाथ महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
अगस्त के महीने में आने वाले विशेष शिव पूजन के दिव्य अवसर पर पुण्य कार्यों के लिए भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें
आगामी शुभ समय में श्रद्धालुओं के लिए विशेष पशुपतिनाथ महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
सभी पालतू और आवारा पशुओं के लिए विशेष पूजा का आयोजन। इस दिव्य यज्ञ से आपके प्रिय पशुओं को मोक्ष की प्राप्ति होगी और उनकी आत्मा को शांति और मुक्ति का मार्ग मिलेगा।
आप सादर आमंत्रित हैं!
09 अगस्त - 02 अक्टूबर 2025
बाबा पशुपति नाथ मंदिर
Pashupatinath - Protector of All Beings
हर 11 वर्षों में यह दुर्लभ विशेष मुहूर्त आता है, जब पालतू और आवारा पशुओं की मुक्ति हेतु यह महायज्ञ संपन्न किया जाता है। यह समय खगोलीय गणना और वैदिक ज्योतिष के अनुसार निर्धारित होता है।
भगवान शिव का पशुपति नाथ स्वरूप प्रत्येक प्राणी, छोटे-बड़े पशु एवं पालतू जीवों का रक्षक और तारणहार है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भी कोई निर्दोष पशु या पालतू जानवर कष्ट में होता है, तो बाबा पशुपतिनाथ उनकी रक्षा के लिए स्वयं प्रकट होते हैं।
यह महायज्ञ केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह उन सभी पशु आत्माओं के लिए एक दिव्य आशीर्वाद है जो हमारे जीवन में प्रेम, वफादारी और खुशी लेकर आए हैं। चाहे वे हमारे घर के सदस्य रहे हों या सड़कों पर भटकने वाले आवारा पशु, सभी भगवान शिव की संतान हैं।
अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार किसी भी सेवा पैकेज को चुनकर इस पवित्र महायज्ञ में भाग लें।
मात्र 108 रुपए
डिजिटल आहुति सेवा
प्रमुख यजमान पूजा सेवा
व्यक्तिगत उपस्थिति सेवा
मात्र 501 रुपए
आपने इस समस्या का निदान गरुड़ पुराण और श्री स्कंद पुराण में वर्णित बताया है, जिसमें भगवान शिव का एक विशिष्ट स्वरूप, श्री पशुपतिनाथ, जो काठमांडू में विराजमान हैं, का उल्लेख है। आपके जीवन में आने वाली प्रत्येक आपत्ति आपके पूर्व जन्मों के प्रारब्ध का हिस्सा होती है। ग्रहों की विभिन्न स्थितियों के पिछले बुरे कर्मों की वजह से आपके वर्तमान जीवन में पशु रूप में आपके जीवन का हिस्सा बनते हैं, पालतू स्वरूप में जिनकी आपका स्नेह और प्रेम आप दोनों की ही निकट ले आई टकरा है परंतु उनके शरीर छोड़ने पर हमारी वर्तमान सामाजिक व्यवस्था उन्हें वो ही मुक्त सुख के मोक्ष पर कुछ करती है।
देखभाल स्वरूप लिए आपके प्रिय आपके जीवन में अपना स्थान रखते हैं और आपके वर्तमान जीवन में अपनी उपस्थिति से आपके लिए सुख और दुख का कारण बनते हैं। तो मनुष्य शरीर रूप पिंडों को तिलांजलि देकर और मुक्त करने के लिए जैसी व्यवस्था है उन्हें उन्हें मुक्त किया जाता है, पर आपके प्रिय पालतू पशुओं के लिए उसके शरीर छोड़ने के उपरांत आप कोई क्रिया नहीं करते। परिणाम स्वरूप उसका ममत्व लिंग शरीर उसका रहता है, फलस्वरूप उसका उधार अधर रहता है क्योंकि इस प्रकृति में बिना की कार्य की आपके जीवन का हिस्सा बिना कारण नहीं होता है।
इस समस्या का निदान 'गरुण पुराण' और 'श्री स्कंद पुराण' में वर्णित है जिसमें शिव जी के एक प्रारूप श्री पशुपतिनाथ जो काठमांडू में सुशोभित है, कुछ खास मुहूर्त और नक्षत्रों में किए गए महा शिव यज्ञ में प्राणाक पुरोहितों के द्वारा जिनके वर्णों में उच्चारित भाव से दी गई आहुतियों से पशुओं को मनुष्य शरीर रूप में एक जीवन का पिंड वो हिस्सा बनकर अपने पूर्व कर्मों को नियोजित करने के लिए मुक्त हो सकेंगे और वह दुर्लभ आपके जीवन को भी मोक्ष और मुक्ति से जोड़ेंगे।
और जीवित पालतू पशु को उनके स्वास्थ्य और अच्छे संस्कार का मार्ग निश्चित करेगा यह महा शिव यज्ञ और इसमें दी गई कोटि आहुतियों से यह अत्यंत आवश्यक होता है कि आप अपने पालतू पशु को शिव से जोड़ें और उनकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करें।
कुछ विशेष मुहूर्तों और नक्षत्रों में, प्राकांड (विद्वान) पुरोहितों द्वारा महा शिव यज्ञ का आयोजन किया जाता है। यज्ञ और आहुतियों का प्रभाव इस यज्ञ में उच्चारित मंत्रों और भावपूर्ण आहुतियों से शिव, पशुओं में अपना शरीर व्याप्त करते हैं, उनकी आत्माएं मनुष्य शरीर में पिंड से आपके जीवन का हिस्सा बनकर और अपने पूर्व कर्मों का निर्वहन करने के लिए मुक्त हो सकती हैं।
यह मुक्ति न केवल उन पशु आत्माओं को प्राप्त होती है, बल्कि यह आपके जीवन को भी मोक्ष और आध्यात्मिक मुक्ति से जोड़ती है। जीवित पालतू पशुओं का कल्याण, यह महा शिव यज्ञ और इसमें दी गई कोटि आहुतियाँ जीवित पालतू पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य और अच्छे संस्कारों का मार्ग भी सुनिश्चित करती हैं।
यह यज्ञ उन पशुओं के लिए मुक्ति का मार्ग खोलेगा और जीवित पशुओं को उत्तम स्वास्थ्य व संस्कार प्रदान करेगा। हम आपको इस पावन कार्य में शामिल होने और इस दिव्य ऊर्जा का हिस्सा बनने के लिए, आपकी उपस्थिति इस महायज्ञ को और भी सफल बनाएगी।
हर आत्मा को मिले मुक्ति का मार्ग
इस अद्भुत प्रक्रिया में शामिल होकर अपने पशु को आत्मिक सुरक्षा प्रदान करें। जानें कैसे यह महायज्ञ आपके प्रिय पशु को मोक्ष और पुनर्जन्म का मार्ग प्रदान करता है।
आपके दिवंगत पशु को मोक्ष प्राप्त होगा और उन्हें आत्मिक शांति मिलेगी। यह यज्ञ उनकी आत्मा को शांति और गति प्रदान करेगा।
इस विशेष यज्ञ के माध्यम से आपके प्रिय पशु को अगले जन्म में मानव के रूप में पुनर्जन्म लेने का अवसर मिलेगा।
जीवित पशुओं के लिए, यह यज्ञ स्वास्थ्य, समृद्धि और सुरक्षा प्रदान करेगा। समृद्धि से आपका पशु स्वस्थ रहेगा और दीर्घायु प्राप्त करेगा।
अपने प्रिय पशु के लिए इस यज्ञकर्म से आपको मानसिक शांति मिलेगी और आपके और आपके पशु के बीच आत्मिक संबंध मजबूत होगा।
इस अद्भुत प्रक्रिया में शामिल होकर अपने प्रिय पशु को आत्मिक सुरक्षा प्रदान करें।
महायज्ञ तिथि
09 अगस्त - 02 अक्टूबर 2025
समय
प्रातः 5:00 - सायं 7:00
स्थान
पशुपति नाथ मंदिर, कठमांडू, नेपाल
डिजिटल भागीदारी के लिए, आपको लाइव स्ट्रीम लिंक और विवरण ईमेल के माध्यम से भेजे जाएंगे।
महायज्ञ में आपकी उपस्थिति आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करेगी
इस अद्भुत प्रक्रिया में शामिल होकर अपने पशु को आत्मिक सुरक्षा प्रदान करें। जानें कैसे यह महायज्ञ आपके प्रिय पशु को मोक्ष और पुनर्जन्म का मार्ग प्रदान करता है।
दिवंगत पशुओं के लिए मोक्ष
आपके दिवंगत पशु को मोक्ष प्राप्त होगा और उन्हें आत्मिक शांति मिलेगी। यह यज्ञ उनकी आत्मा को शांति और गति प्रदान करेगा।
पुनर्जन्म का अवसर
इस विशेष यज्ञ के माध्यम से आपके प्रिय पशु को अगले जन्म में मानव के रूप में पुनर्जन्म लेने का अवसर मिलेगा।
जीवित पशुओं के लिए सुरक्षा
जीवित पशुओं के लिए, यह यज्ञ स्वास्थ्य, समृद्धि और सुरक्षा प्रदान करेगा। समृद्धि से आपका पशु स्वस्थ रहेगा और दीर्घायु प्राप्त करेगा।
हमारे भक्तों के दिल छूने वाले अनुभव और उनके प्रिय पशुओं की कहानियां
दिल्ली
"हमारे कुत्ते रॉकी के जाने के बाद पूरा परिवार टूट गया था। इस महायज्ञ में भाग लेने के बाद हमें सच में शांति मिली है। पूरे परिवार को लगता है कि रॉकी को मोक्ष मिल गया है। धन्यवाद!"
जयपुर
"हमारी गाय गोमती 20 साल तक हमारे घर में रही। उसके जाने के बाद हम बहुत दुखी थे। इस पूजा के बाद हमें लगता है कि गोमती मैया को शांति मिल गई है। बहुत ही पावन अनुभव रहा।"
मुंबई
"मेरे तोते मिठू को 12 साल हो गए थे और वह बीमार था। यजमान सेवा के बाद मिठू की तबीयत में जादुई सुधार हुआ है। अब वह फिर से खुशी से बोलता है और उड़ता है। भगवान पशुपतिनाथ का आशीर्वाद है।"
पुणे
"हमारे गोल्डी की उम्र 10 साल हो गई थी और वह धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा था। डिजिटल सेवा के बाद गोल्डी में नई ऊर्जा आई है। अब वह फिर से खेलने लगा है। हम दोनों बहुत खुश हैं।"
अहमदाबाद
"मेरे कुत्ते टाइगर की तस्वीर के साथ इस पूजा में भाग लिया। टाइगर 5 साल पहले मुझे छोड़कर गया था। पूजा के बाद मुझे रात में सपने में टाइगर दिखा और वह खुश लग रहा था। अब मेरा दिल शांत है।"
चंडीगढ़
"हमारे खरगोश स्नोवी के लिए डिजिटल सेवा करवाई थी। स्नोवी छोटा सा था लेकिन हमारे दिल में बहुत बड़ी जगह थी। पूजा के बाद हमें लगता है कि स्नोवी की आत्मा को शांति मिली है। बहुत अच्छा अनुभव रहा।"
क्या आपके पास भी कोई अद्भुत अनुभव है? हमारे साथ साझा करें और दूसरों को प्रेरणा दें।
महायज्ञ के बारे में आपके सभी प्रश्नों के उत्तर यहां दिए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें।
हाँ, आप एक से अधिक पशु के लिए यज्ञ करवा सकते हैं। प्रत्येक पशु के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन करना होगा। आप चाहें तो एक ही पैकेज में कई पशुओं के नाम जोड़ सकते हैं, लेकिन बेहतर परिणाम के लिए हर पशु के लिए अलग पूजा की सिफारिश की जाती है।
नहीं, काठमांडू आना जरूरी नहीं है। डिजिटल सेवा और यजमान सेवा पैकेज में आप घर बैठे ही पूजा का लाभ उठा सकते हैं। केवल व्यक्तिगत सेवा पैकेज में ही व्यक्तिगत उपस्थिति आवश्यक है। डिजिटल पैकेज के लिए लाइव स्ट्रीम और फोटो/वीडियो अपडेट भेजे जाएंगे।
हाँ, व्यक्तिगत सेवा पैकेज में आप अपने जीवित पशु को साथ ला सकते हैं। यजमान सेवा में भी यह विकल्प उपलब्ध है। पशु की सुरक्षा और आराम का पूरा ध्यान रखा जाएगा। पशु के साथ आने से पहले कृपया हमसे संपर्क करें ताकि उचित व्यवस्था की जा सके।
हाँ, बिल्कुल। दिवंगत पशु की तस्वीर भेजना बहुत महत्वपूर्ण है। यह तस्वीर यज्ञ के दौरान पशु की पहचान के लिए उपयोग की जाएगी। तस्वीर के साथ-साथ पशु का नाम, प्रकार, और मृत्यु की तिथि (यदि याद हो) भी बताएं। JPG, PNG, या JPEG फॉर्मेट में तस्वीर अपलोड करें।
हाँ, सभी पैकेज में प्रसाद शामिल है। डिजिटल सेवा में प्रसाद कूरियर के माध्यम से भेजा जाएगा (अतिरिक्त शुल्क लागू)। यजमान सेवा में विशेष प्रसाद पैकेज मिलेगा। व्यक्तिगत सेवा में आपको प्रसाद सीधे मंदिर से मिलेगा। प्रसाद में पवित्र भस्म, तिलक, और यज्ञ से प्राप्त पवित्र सामग्री होगी।
Important Disclaimer
यह एक विशेष पूजा के लिए दिया गया दान है जिसकी वापसी का कोई मार्ग नहीं है। सभी भक्त स्वेच्छा से इस पूजा में भाग ले रहे हैं और दान दे रहे हैं। इस पूजा का उद्देश्य आध्यात्मिक लाभ प्रदान करना है और कोई भौतिक या चिकित्सकीय लाभ की गारंटी नहीं दी जाती है।
This is a special puja donation which is non-refundable. All devotees are participating voluntarily in this puja and making donations. The purpose of this puja is to provide spiritual benefits and no guarantee of material or medical benefits is given.
श्रद्धा और विश्वास के साथ
With Faith and Devotion
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पशुपति नाथ मंदिर
कठमांडू, नेपाल
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
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